प्रतिनिधी/रमेश निषाद
बल्लारपूर : चाइल्ड लाइन से दोस्ती कार्यक्रम के तहत रेलवे चाइल्ड लाइन child line बल्हारशाह और लोकसंग्रह समाज सेवा संस्था के संयुक्त तत्वाधान में रेलवे स्टेशन पर लोगों को बालमित्र बनाने का अभियान बल्हारशाह स्टेशन पर चलाया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य भटके बच्चो के प्रति प्रेम करके और सभी के सहयोग से ऐसे बच्चो को उनके घर तक पहुंचाना है। अभियान के तहत बैंड बांधकर बच्चों के शोषण के प्रति जागरुक किया गया। बचपन बचाने को रेलवे चाइल्ड लाइन चला रहा है साप्ताहिक अभियान।
इस अभियान के तहत रेल्वे चाईल्ड लाईन, बल्हारशाह ने चाईल्ड लाईन से दोस्ती सप्ताह में मा. ए . यू . खान, स्टेशन प्रबंधक, मा.एम. के. मिश्रा, निरिक्षक रेल्वे सुरक्षा बाल, मा.अजय दुबे, सदस्य झेडआरयूसीसी, मध्य रेल्वे मुबंई, फा.जोबीन ओवेलील, संचालक, लोकसमग्रह संस्था, मा.प्रवीण गाढवे,उप निरीक्षक आर.पी.एफ. ,दत्ता डूबक,प्रभारी आर.पी एफ, राजू झोडे,समाज सेवक, शिवाजी कनोजिया, रामवीर सिंह, हेड कॉन्स्टेबल, ललित दलाल, किशोर माळी, प्र. आरक्षक, /डी.सूर्यवंशी, आरक्षक /RPF), घनश्याम कर्मनकर, व्यवस्थापक ,स्त्री आधार केंद्र, चंद्रपूर, रवि घोरघटे,वन स्टॉप सेंटर, चंद्रपूर, ,आर. बी.जाधव, हेड.टी.टी.ई., गणेश शिरसागर, एच.डी. टी. ई., दिनेश शाहू,एस.आर.टी ई, राजेश ठाकरे,पोलीस अंमलदार, जि आर. पी., संदीप भंदारगे,एन.सी.पी, संतोष कुमार आर,एच.डी.टी. ई, राकेश वासनिक,पुलिस कांस्टेबल,संध्या तोगर,विधी सेवा प्राधिकरण, स्वयंसेवक, चंद्रपूर आदी उपस्थित थे।
चाईल्ड लाईन टीम ने उन्हे चाईल्ड लाईन से दोस्ती फ्रेंडशिप रिबन बांधकर बच्चों के शोषण के प्रति जागरुक किया गया। इसके साथ ही कार्यकर्ता यात्रियों को भी बाल शोषण के प्रति आवाज उठाने को प्रेरित किया। रेलवे चाइल्ड लाइन के समनव्यक भास्कर ठाकूर ने बताया कि अपने आसपास होणे वाले अपराध व बच्चो कि जानकारी आप खुलकर बात सकते है। बच्चो ने भी चाईल्ड लाईन से दोस्ती कर हात को बैंड बांधकर साथ देणे का वादा किया। चाईल्ड लाईन टीम कें द्वारा भरोसा दिया गया कि आप कभी भी मुसिबत में हो तो महिला व बाल विकास मंत्रालय कि चाइल्ड लाइन के टोल फ्री नंबर 1098 पर कॉल करे। तथा पोलीस हेल्प लाईन- 100, स्थानिक पोलीस ठाणे, बाल कल्याण समिती, जिल्हा बाल संरक्षण कक्ष को संपर्क करे / चाईल्ड लाईन टीम हर संभव मद्दत करेगी। इस कार्यक्रम में रेल्वे चाईल्ड लाईन टीम के कर्मचारी त्रिवेणी हाडके, समुपदेशिका, कविता दोमाला, हिमताई वांढरे, धर्मेंद्र मेश्राम , बबिता लोहकरे, विजय अमर्थराज, सुरेंद्र धोडरे, टीम मेंबर, अजय देऊरघरे ,लक्ष्मण कोडापे, इशिका बर्वे उपस्थित रहे.